चीन के पत्रकारों को अब राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) के प्रति अपनी वफादारी सिद्ध करनी होगी। सरकार इसके लिए बाकायदा एक परीक्षा लेने जा रही है। इससे पहले कुछ पत्रकारों को ‘पायलट टेस्ट’ से भी गुजरना होगा, जो अक्टूबर के पहले सप्ताह में होने वाला है। पत्रकारों की परेशानी यह है कि परीक्षा में पास नहीं होने वालों को ‘प्रेस कार्ड’ जारी नहीं किया जाएगा। यानी सरकार केवल उन्हें ही पत्रकार का दर्जा देना चाहती है, जो शी जिनपिंग के प्रति पूरी निष्ठा रखते हों।
कम्युनिस्ट पार्टी के प्रोपेगेंडा विभाग की तरफ से कहा गया है कि चाइनीज़ स्टेट मीडिया से जुड़े पत्रकारों एवं संपादकों को राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली परीक्षा में भाग लेना होगा। हालांकि, परीक्षा कब होगी, यह अभी साफ नहीं हो सका है, लेकिन ‘पायलट टेस्ट’ का अक्टूबर के पहले सप्ताह में होना तय है।
इस टेस्ट में राजधानी बीजिंग से संचालित 14 स्टेट-रन ऑनलाइन मीडिया आउटलेट्स के करीब 10,000 पत्रकार शामिल होंगे। ‘पायलट टेस्ट’ में भाग लेने के लिए पत्रकारों को Xuexi Qiangguo मोबाइल ऐप डाउनलोड करना होगा। यह ऐप राष्ट्रपति के राजनीतिक जीवन से जुड़े लेख, विडियो क्लिप और डॉक्यूमेंट्रीज के बारे में बताने वाला एक मंच है। इसे प्रोपेगेंडा विभाग द्वारा जनवरी में लॉन्च किया गया था।
सरकार की तरफ से साफ कर दिया गया है कि परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले पत्रकारों को ही ‘प्रेस कार्ड’ जारी किये जायेंगे। जो पत्रकार सफल नहीं हो पाते, उन्हें एक और मौका मिलेगा। हालांकि, दूसरे मौके में भी असफल रहने पर क्या होगा, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है। जानकारी के अनुसार, सोमवार को ऐप में कुछ नमूना प्रश्न अपलोड किये जायेंगे, जिसके आधार पर पत्रकार-संपादक परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं।
परीक्षा में कुल पांच खंड होंगे, जिनमें से कम से कम दो खंड शी जिनपिंग की राजनीतिक सोच और एक मार्क्सवाद पर केंद्रित होगा। पत्रकारों के पास इस परीक्षा से बचने का कोई रास्ता नहीं है, इसलिए उन्होंने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। राज्य संचालित एक न्यूज आउटलेट के संपादक को इस परीक्षा में खुद के पास होने का पूरा विश्वास है। नाम उजागर न करने की शर्त पर उन्होंने कहा, ‘मैं इस तरह के कंटेंट में बहुत अच्छा हूं, मैंने काफी कुछ कवर भी किया हुआ है, इसलिए आशा है कि मैं सफल रहूंगा। मैंने परीक्षा की तैयारी पहले से ही शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि Xuexi Qiangguo लॉन्च होने के बाद इसे डाउनलोड करना स्टेट-मीडिया से जुड़े सभी पत्रकारों के लिए अनिवार्य किया गया था, ताकि वह शी जिनपिंग के विचारों से परिचित हो सकें, लेकिन बाद में अनिवार्यता खत्म करके इसे ऐच्छिक कर दिया गया। अब सरकार इसी ऐप के माध्यम से यह जानने का प्रयास कर रही है कि पत्रकारों को अपने राष्ट्रपति के बारे में कितना पता है और वे उनके प्रति अपनी वफादारी कैसे प्रदर्शित कर सकते हैं।
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