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आगरा। आगरा की विजिलेंस टीम ने हाथरस के सीएमओ कार्यालय में तैनात महिला लिपिक को 45 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों अरेस्ट किया है. पकड़े जाने के बाद महिला लिपिक ने कहा कि 40 हजार रुपये रिश्वत के लिए मुख्य चिकित्सक अधिकारी ने मांगे थे और 5 हजार रुपये उसने खुद के लिए लिए. इस पर विजिलेंस ने हाथरस सीएमओ के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है।
जानें क्या है मामला
सीएचसी मुरसात में नेत्र परीक्षण अधिकारी नन्केश विमल तैनात हैं. नन्केश विमल ने आगरा विजिलेंस टीम को शिकायत की थी. शिकायत में उन्होंने कहा था कि वर्ष 2023 के माह सितंबर, अक्टूबर, नवंबर का वेतन रुका हुआ है. पांच साल से एरियर भी नहीं मिला है. पत्नी की तबीयत खराब होने पर उसे पैसे की जरूरत थरी जिसके लिए वह वेतन और एरियर भुगतान के लिए सीएमओ कार्यालय के चक्कर लगा रहा था लेकिन भुगतान करने के लिए टालमटोल किया जा रहा था और भुगतान करने के लिए सीएमओ कार्यालय में तैनात महिला लिपिक मधु भाटिया द्वारा 45 हजार रुपये मांगे जा रहे हैं।
आगरा विजिलेंस टीम द्वारा इस मामले की जांच की गई तो जांच में मामला सही पाया गया. आज लिपिक मधु भाटिया ने तय की गई रिश्वत की धनराशि 45 हजार रुपये लेकर नन्केश विमल को सीएमओ कार्यालय के निकट बुलाया. जैसे ही रकम का पैकेट मधु ने लिया तभी विजिलेंस टीम ने वहां पहुंचकर उसे रंगेहाथों पकड़ लिया. गिरफ्तार महिला लिपिक मधु भाटिया ने बताया कि इसमें 40 हजार रुपये सीएमओ व पांच हजार रुपये स्वयं के लिए वरिष्ठ सहायक द्वारा मांगे गए थे. महिला लिपिक और पीड़ित के बयानों के आधार पर मुख्य विकास अधिकारी मंजीत सिंह को भी आरोपी बनाते हुए उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
कोमा में है पत्नी, इलाज के लिए नहीं हैं पैसे
नेत्र परीक्षण अधिकारी व पीड़ित नन्केश विमल ने बताया कि कुछ सालों पहले पत्नी का एक्सीडेंट हो गया था जिसके बाद से वह कोमा में है. पत्नी के इलाज के लिए पैसे तक नहीं हैं. मेरी पत्नी सादाबाद सीएचसी पर स्टाफ नर्स के तौर पर तैनात थी. ननकेश ने यह भी बताया कि वह मेडिकल लीव पर रहा था. उस दौरान का वेतन रुका हुआ है और करीब 3.50 लाख रुपये वेतन व एरियर का भुगतान बकाया है. कई बार भुगतान निकालने के लिए गुहार लगाई थी लेकिन हर बार पैसे की डिमांड हो रही थी. परेशान होकर इसकी शिकायत विजिलेंस से की ।
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