*नर्स को ब्लैकमेल करने का आरोप, फंसे पत्रकार*
*पत्रकार बना चर्चाओं का विषय आए दिन सुर्ख़ियों में*
पिनाहट। थाना बसई अरेला क्षेत्र के अंतर्गत के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर नर्स की लापरवाही से गर्भ में शिशु की मौत का आरोप लगा, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट जिसमें गुस्साए स्वजनों के द्वारा स्वास्थ्य केंद्र पर जमकर हंगामा की अफवाह फैलाई आ रही, कई अखबारों में खबर प्रकाशित हो गई जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। इस मामले में नया मोड़ सामने आ गया, स्टाफ नर्स ने पूरी कहानी का पर्दाफाश कर दिया, स्टाफ नर्स को ब्लैकमेल करने के लिए षड्यंत्र रचा गया, स्टाफ नर्स को काफी दिनों से बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं, स्टाफ नर्स से भदरौली के तथाकथित पत्रकार पर स्टाफ नर्स ने गंभीर आरोप लगाए हैं, आए दिन पत्रकार सुर्खियों में है, अपने क्षेत्र में लोगों को डरा धमका कर और ब्लैकमेल कर लोगों से धन उगाई में लगा हुआ है।
*नर्स की लापरवाही से गर्भ में ही शिशु की मौत हकीकत जानिए पूरा मामला क्या है।*
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात स्टाफ नर्स (एएनएम) मीना राजपूत का आरोप है, कि पहले भी महिला की जांच कराने के लिए आए थे, 14 तारीख को अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट व्हाट्सएप पर दिखाई थी, रिपोर्ट ठीक थी, सोमवार को करीब 4.30 बजे आए थी, महिला ने बताया कि 2 दिन से बच्चा पेट में घूम नहीं रहा है, धड़कन चेक की गई तो धड़कन नहीं मिली, परिजनों को बताया कि बच्चे में धड़कन नहीं है, तो परिजनों ने पूछा की धड़कन क्या है, तो स्टाफ नर्स ने समझाया की धड़कन से मतलब होता है, कि बच्चा जीवित है, या नहीं, धड़कन नहीं मिल रही है, तो बच्चा मृतक है, तो परिजनों ने पूछा की अब क्या होगा, नर्स ने बताया डिलीवरी तो हो जाएगी लेकिन बच्चा आपका सही नहीं है, तो परिजनों ने कहा कि आप डिलीवरी कीजिए, हमारी महिला सुरक्षित रहे, प्रसव कराया बच्चा सड़ा और गला हुआ निकला था, परिजनों की पत्रकार से कोई बातचीत नहीं की, जब भी पत्रकार आता है, हर बार धमकी देकर जाता है, यहां से खाली करवा देंगे, आए दिन धमकी और परेशान करते हैं, स्थानीय एक महिला और पत्रकार सांठगांठ मिलकर स्टाफ नर्स को हटवाने की धमकी दे रहे हैं, स्टाफ नर्स का आरोप है कि स्थानीय महिला यह स्वास्थ्य केंद्र मेरी जगह में बना हुआ है, खाली करवा दूंगी और तेरा ट्रांसफर भी करवा दूंगी, नौकरी हटवाने की धमकी दी है, मरीजों के सामने गाली गलौज अभद्र व्यवहार करती है, पड़ोस की रहने वाली है, आरोप है कि तथाकथित पत्रकार ने स्टाफ नर्स से महीनादारी देने की बात कही, नहीं देने पर खबर लगातार प्रकाशित होगी झूठी खबर छापी जाएगी। वही स्टाफ नर्स ने मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों और मुख्यमंत्री से शिकायत करने की बात कही है।
*दरोगा को सस्पेंड कराने की दी धमकी*
पुलिस के जांबाज पुलिस के जवान अपनी जान की परवाह न करते हुए दूसरों की जान बचाने में लगे हुए हैं, तथाकथित पत्रकार सोशल डिस्टेंस की धज्जियां और मुंह पर मास्क नहीं लगाए हुए था, गाड़ी पर कोई नंबर नहीं था, ड्यूटी पर तैनात पूछे जाने पर पत्रकार आग बबूला हो गया, दरोगा से अभद्र व्यवहार किया और सस्पेंड कराने की धमकी देने लगा। जिसको लेकर दरोगा डर गया और तंग आकर थाने में आकर अप बीती बताई, हरकत में आई पुलिस ने तथाकथित पत्रकार का चालान कर दिया, थाने में गांव की कई लोगों को पुलिस पर रौब दिखाने के लिए भीड़ एकत्रित की ,सूत्रों से माने तो आए दिन पुलिस पर दबाव बनाकर लोगों को ब्लैकमेल कर रहा है, सोशल मीडिया पर झूठी खबर प्रकाशित कर अफवाह फैलाता है। पूर्व में अवैध खनन की खबर प्रकाशित की जिसको लेकर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया, सोशल मीडिया पर वायरल हुए फोटो की जांच पड़ताल की, अवैध खनन की सूचना झूठी पाई गई, तो वह फोटो पुराना पाया गया।
*पत्रकार बना चर्चाओं का विषय आए दिन सुर्ख़ियों में*
पिनाहट। थाना बसई अरेला क्षेत्र के अंतर्गत के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर नर्स की लापरवाही से गर्भ में शिशु की मौत का आरोप लगा, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट जिसमें गुस्साए स्वजनों के द्वारा स्वास्थ्य केंद्र पर जमकर हंगामा की अफवाह फैलाई आ रही, कई अखबारों में खबर प्रकाशित हो गई जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। इस मामले में नया मोड़ सामने आ गया, स्टाफ नर्स ने पूरी कहानी का पर्दाफाश कर दिया, स्टाफ नर्स को ब्लैकमेल करने के लिए षड्यंत्र रचा गया, स्टाफ नर्स को काफी दिनों से बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं, स्टाफ नर्स से भदरौली के तथाकथित पत्रकार पर स्टाफ नर्स ने गंभीर आरोप लगाए हैं, आए दिन पत्रकार सुर्खियों में है, अपने क्षेत्र में लोगों को डरा धमका कर और ब्लैकमेल कर लोगों से धन उगाई में लगा हुआ है।
*नर्स की लापरवाही से गर्भ में ही शिशु की मौत हकीकत जानिए पूरा मामला क्या है।*
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात स्टाफ नर्स (एएनएम) मीना राजपूत का आरोप है, कि पहले भी महिला की जांच कराने के लिए आए थे, 14 तारीख को अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट व्हाट्सएप पर दिखाई थी, रिपोर्ट ठीक थी, सोमवार को करीब 4.30 बजे आए थी, महिला ने बताया कि 2 दिन से बच्चा पेट में घूम नहीं रहा है, धड़कन चेक की गई तो धड़कन नहीं मिली, परिजनों को बताया कि बच्चे में धड़कन नहीं है, तो परिजनों ने पूछा की धड़कन क्या है, तो स्टाफ नर्स ने समझाया की धड़कन से मतलब होता है, कि बच्चा जीवित है, या नहीं, धड़कन नहीं मिल रही है, तो बच्चा मृतक है, तो परिजनों ने पूछा की अब क्या होगा, नर्स ने बताया डिलीवरी तो हो जाएगी लेकिन बच्चा आपका सही नहीं है, तो परिजनों ने कहा कि आप डिलीवरी कीजिए, हमारी महिला सुरक्षित रहे, प्रसव कराया बच्चा सड़ा और गला हुआ निकला था, परिजनों की पत्रकार से कोई बातचीत नहीं की, जब भी पत्रकार आता है, हर बार धमकी देकर जाता है, यहां से खाली करवा देंगे, आए दिन धमकी और परेशान करते हैं, स्थानीय एक महिला और पत्रकार सांठगांठ मिलकर स्टाफ नर्स को हटवाने की धमकी दे रहे हैं, स्टाफ नर्स का आरोप है कि स्थानीय महिला यह स्वास्थ्य केंद्र मेरी जगह में बना हुआ है, खाली करवा दूंगी और तेरा ट्रांसफर भी करवा दूंगी, नौकरी हटवाने की धमकी दी है, मरीजों के सामने गाली गलौज अभद्र व्यवहार करती है, पड़ोस की रहने वाली है, आरोप है कि तथाकथित पत्रकार ने स्टाफ नर्स से महीनादारी देने की बात कही, नहीं देने पर खबर लगातार प्रकाशित होगी झूठी खबर छापी जाएगी। वही स्टाफ नर्स ने मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों और मुख्यमंत्री से शिकायत करने की बात कही है।
*दरोगा को सस्पेंड कराने की दी धमकी*
पुलिस के जांबाज पुलिस के जवान अपनी जान की परवाह न करते हुए दूसरों की जान बचाने में लगे हुए हैं, तथाकथित पत्रकार सोशल डिस्टेंस की धज्जियां और मुंह पर मास्क नहीं लगाए हुए था, गाड़ी पर कोई नंबर नहीं था, ड्यूटी पर तैनात पूछे जाने पर पत्रकार आग बबूला हो गया, दरोगा से अभद्र व्यवहार किया और सस्पेंड कराने की धमकी देने लगा। जिसको लेकर दरोगा डर गया और तंग आकर थाने में आकर अप बीती बताई, हरकत में आई पुलिस ने तथाकथित पत्रकार का चालान कर दिया, थाने में गांव की कई लोगों को पुलिस पर रौब दिखाने के लिए भीड़ एकत्रित की ,सूत्रों से माने तो आए दिन पुलिस पर दबाव बनाकर लोगों को ब्लैकमेल कर रहा है, सोशल मीडिया पर झूठी खबर प्रकाशित कर अफवाह फैलाता है। पूर्व में अवैध खनन की खबर प्रकाशित की जिसको लेकर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया, सोशल मीडिया पर वायरल हुए फोटो की जांच पड़ताल की, अवैध खनन की सूचना झूठी पाई गई, तो वह फोटो पुराना पाया गया।
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