google.com, pub-6037649116484233, DIRECT, f08c47fec0942fa0 ‘मजदूर दिवस’ के मौके पर क्यास कहना है सोनी सब के कलाकारों का
Breaking News
Loading...

‘मजदूर दिवस’ के मौके पर क्यास कहना है सोनी सब के कलाकारों का

आगरा! देव जोशी (सोनी सब के ‘बालवीर रिटर्न्सक में बालवीर की भूमिका निभा रहे हैं)
‘मजदूर दिवस’ वाकई बहुत महत्वरपूर्ण होता है और इस दिन पूरी इंडस्ट्रीं छुट्टी लेती है और उन लोगों का सम्मारन करने का उत्सवव मनाती है, जिनके प्रयासों से पूरी एंटरटेनमेन्टड इंडस्ट्रीट है और चल रही है। हमें इस बात का अहसास नहीं होता कि इन लोगों पर हमारी जिंदगी कितनी निर्भर करती है, उनका योगदान सराहनीय है। सेट पर भी स्पॉ ट दादा, मेक-अप दादा, लाइट दादा और सारे लोग मेरे लिये परिवार की तरह हैं। ये लोग भारत के अलग-अलग हिस्सोंा से आते हैं और मुझे हमेशा ही उनसे अलग-अलग भाषा और बोली सीखने में मजा आता है।
एक कलाकार के तौर पर मुझे ऐसा लगता है कि हमें उन्हेंझ मान देना चाहिये क्योंाकि हम उनकी लगन को करीब से देखते हैं और हमें उनकी मदद करनी चाहिये, खासकर ऐसे मुश्किल समय में। मैं चाहता हूं कभी ऐसा हो कि ‘मजदूर दिवस’ के दिन मैं उन सबको एक मजेदार ट्रिप पर लेकर जाऊं और उनकी कड़ी मेहनत के लिये उन्हेंि शुक्रिया कहूं। साथ ही इस बात का ध्याबन रखूं कि उन्हेंल जरूरी ब्रेक भी मिले। 
आदित्यय रणविजय (सोनी सब के ‘बालवीर रिटर्न्सज’ में भयमार की भूमिका निभा रहे हैं)
मेरे पिता एक आर्मी ऑफिसर थे और मेरी मां एक कॉलेज में प्रिंसिपल थीं और पेरेंट्स के वर्किंग होने की वजह से मैं कई सारे हाऊस-हेल्पर की देखरेख में बड़ा हुआ। हमारे घर पर हमारी रोजमर्रा की जरूरतों के लिये कुक रहे हैं। सही मायने में मैं उनके साथ खेलकर बड़ा हुआ हूं। मेरे नाना-नानी के यहां तो एक दर्जन से भी ज्या दा लोग थे जोकि खेतों में मदद करते थे। मैंने उन्हें  कड़ी मेहनत करते हुए और हमारे जीवन में उनकी अहमियत को देखा है । एंटरटेनमेन्टे इंडस्ट्रीन में काफी सारे लोग हैं जिन पर काफी सारा काम निर्भर करता है। ये लोग कैमरे के पीछे लगातार उन लोगों की मदद करते हैं और उनका सपोर्ट करते हैं जोकि परदे पर नज़र आते हैं। मैंने लाइटिंग डिपार्टमेंट के वर्कर्स को मुस्का न के साथ हमेशा भारी सामान उठाये घूमते देखा है। मेरे ख्याेल से ये लोग हमारी इंडस्ट्री  की रीढ़ हैं और कोई भी शो उनकी मदद और लगन के बिना पूरा नहीं हो सकता। ‘मजदूर दिवस’ के मौके पर मैं उन लोगों को शुक्रिया कहना चाहता हूं, जिन्हों ने अपने प्रयासों से जिंदगी आसान बना दी है। मैं हर भारतीय से यह विनती करना चाहूंगा कि हमारी जिंदगी में उनके योगदान के महत्व् को समझें।
गुलफाम खान (सोनी सब के ‘अलादीन: नाम तो सुना होगा’ में नाज़नीन चाची की भूमिका निभा रही हैं)
मुझे ऐसा लगता है कि ये कामगार हमारे समाज का आधार हैं,  चाहे वो हाऊस हेल्पय हों, क्लीभनिंग स्टामफ हों, कुक हों, सेट पर स्पॉाट बॉय या फिर कंस्ट्रीक्शहन साइट और फैक्ट्रियों में काम करने वाले। लेकिन, बदकिस्मोती से उन्हें  ही सबसे कम श्रेय दिया जाता है। ‘मजदूर दिवस’ के मौके पर मैं सबसे गुजारिश करती हूं कि उनके काम की सराहना करें, क्यों।कि इससे निश्चित तौर पर उनके चेहरे पर मुस्कुेराहट आयेगी। किसी भी शो/फिल्म  के सेट पर स्पॉनट बॉय, मेक-अप आर्टिस्टत, लाइट मैन जैसे लोग शूटिंग को आसान बनाने में बेहद ही अहम भूमिका निभाते हैं।
1 मई को मेरी शादी की सालगिरह भी होती है। हमने इस दिन शादी करने का फैसला इसलिये किया था क्यों कि यह वह दिन होता है जब समाज के सबसे मजबूत आधार को सराहा जाता है और इसे वर्ल्डइ लेबर डे के रूप में भी मनाया जाता है। हमने खासतौर से सारे वर्कर्स और हेल्पहर्स को बुलाया है जिन्होंाने इतने सालों तक हमारे लिये काम किया है जैसे ड्राइवर, हाऊस हेल्पप। वैसे, मुझे उम्मी द है कि इस दिन और किसी भी दिन, लोग समाज के इस बेहद महत्वैपूर्ण तबके का सम्मारन करना सीखेंगे। हम सभी उनके लिये थोड़ी ‘खुशियों वाली फीलिंग’ लाने की कोशिश करेंगे।
स्मिता सिंह (सोनी सब के ‘तेरा क्यार होगा आलिया’ में दुर्गा की भूमिका निभा रहीं हैं)
हमारी जिंदगी काफी हद तक मजदूर वर्ग पर निर्भर करती है। इस मुश्किल समय में भी ये लोग हमारी सुरक्षा के लिये काम कर रहे हैं। इसलिये, उनकी सेवा और तत्पमरता के लिये उन्हेंह मेरा सलाम। मेरे मन में उन लोगों के लिये काफी सम्मारन है और एंटरटेनमेन्टक इंडस्ट्रीश में भी ये लोग इंसानी शरीर के जरूरी अंगों की तरह होते हैं, जोकि सही तरीके से काम करने में मदद करते हैं।
‘मजदूर दिवस’ के मौके पर मैं हर भारतीय से कहना चाहूंगी कि मजदूर वर्ग के प्रयासों का सम्मा न करें और उन्हेंो मान दें। आइये, इस दुनिया को उनके लिये भी खुशनुमा बनायें!
शर्मीली राज (सोनी सब के ‘बालवीर रिटर्न्सख’ में बाल परी की भूमिका निभा रही हैं)
मुझे ऐसा लगता है कि ‘मजदूर दिवस’ मनाना बहुत अच्छी’ बात है और यह एक महत्वभपूर्ण परंपरा है, जोकि पूरी दुनिया में काफी सालों से चली आ रही है। यह उनकी सेवाओं के लिये एक तरह का आभार है, जो वह हमारे लिये और देश के लिये करते हैं। मुझे इस बात की खुशी है कि मेरी परवरिश ऐसे परिवार में हुई है जहां हमारे हाऊस हेल्पश या ड्राइवर्स को परिवार का ही हिस्साम माना जाता है, उससे कम नहीं। हम फिलहाल जिस मुश्किल समय का सामना कर रहे हैं ऐसे में दुनिया को पहले से कहीं ज्यामदा उनकी अहमियत का अहसास हुआ है। अपनी सुरक्षा को ध्यासन रखते हुए वे हमारे आराम के लिये काम कर रहे हैं।
हमारी रोजाना की शूटिंग में भी सेट पर 100 से ज्याकदा लोगों से वास्ताम पड़ता है, लाइटमैन, मेक-अप आर्टिस्ट‍, स्पॉीट बॉय, हेयरड्रेसर, ड्रेसमैन और कई सारे ऐसे ही लोग होते हैं, जोकि पूरी लगन से एक शो और इस इंडस्ट्रीद के लिये काम करते हैं। उनकी मदद के बिना, बिना किसी परेशानी के शूटिंग कर पाना असंभव है। चूंकि, मैं ‘बालवीर रिटर्न्सं’ के सेट पर दिन का ज्या दातर समय उनके साथ बिताती हूं, तो वे मेरे लिये परिवार की तरह हो गये हैं और हम आमतौर पर साथ मिलकर खाते हैं, जोक्सज सुनाते हैं और मस्तीक करते हैं।
इसलिये, मजदूर वर्ग के लिये दिल से ढेर सारा आभार और सम्मानन।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ