google.com, pub-6037649116484233, DIRECT, f08c47fec0942fa0 पांच बार के विधायक की कहानी, जो थे बड़े दानी, लेकिन मरने के बाद.
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पांच बार के विधायक की कहानी, जो थे बड़े दानी, लेकिन मरने के बाद.

आगरा। जगन प्रसाद गर्ग (Jagan Prasad Garg )। भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya janata party) से पांच बार विधायक (MLA) रहे। वणिक समाज में खासी पहचान। घर पर दान लेने वालों का तांता लगा रहता था। हर संस्था को दान करते थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) से जुड़े संगठनों को तो दिल खोलकर चंदा देते थे। छह महीने पहले मौत हो गई। तब पता चला कि विधायक (MLA) तो नाक तक कर्जे में डूबे हुए थे। उन पर करीब 100 लोगों का कर्जा है। अब लोग सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर पांच साल की विधायकी में किया क्या? परिवार पर करोड़ों रुपये का कर्जा छोड़ गए।
छह माह पहले हुआ निधन
आगरा उत्तर से भाजपा विधायक रह जगन प्रसाद गर्ग का निधन 10 अप्रैल, 2019 को अचानक हो गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उसी दिन घर पर आकर श्रद्धांजलि अर्पित की। हर कोई विधायक के आकस्मिक निधन पर दुखी था। जगन प्रसाद गर्ग की छवि सबसे सीधे विधायकों में थी। उस समय लोकसभा चुनाव चल रहे थे। भारतीय जनता पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति मानी जा रही थी।
डेयरी पर हंगामा
मदिया कटरा पर विधायक की डेयरी है, जिसे नीरज डेयरी के नाम से जाना जाता था। कुछ दिन पूर्व यहां अचानक ही एक दर्जन लोग पहुंचे। उन्होंने विधायक के पुत्र वैभव गर्ग और सौरभ गर्ग से उधार के पैसे मांगे। दोनों पुत्र सकते में आ गए। लोगों का कहना था था विधायक ने उधार लिए थे। चेक दिए हैं। चेक बाउंस हो गए हैं। दोनों पुत्रों को इस उधार खाते के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। चूंकि लोगों पर चेक थे, इस कारण उधार की बात सत्य थी। जैसे-तैसे लोगों को शांत किया गया। पुलिस को बुलाया गया। थाने में भी बैठक हुई। चर्चा है कि कर्जा करोड़ों में है।
पुलिस ने किए पाबंद
दो दिन पहले फिर से लोग एकत्रित होकर नीरज डेयरी पर आ गए और हंगामा करने लगे। इसका नतीजा कुछ नहीं निकला। पुलिस को फिर से हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस ने इस हंगामे को देखते हुए जगन प्रसाद गर्ग के पुत्र वैभव गर्ग, सौरभ गर्ग, भतीजा मनोज गर्ग और रिश्तेदार मनोज को पाबंद किया है। हंगामा करने वाले अजय कुमार गोयल, विनोद कुमार, रजत मलिक, अशोक कुमार अग्रवाल को पाबंद किया गया है। पुलिस क्षेत्राधिकारी चमन सिंह चावड़ा का कहना है कि मजिस्ट्रेट को रिपोर्ट भेजी गई है। आदेश मिलते ही पांच-पांच लाख रुपये में पाबंद किया जाएगा।
क्या कहते हैं मनोज गर्ग
इस बारे में भाजपा नेता मनोज गर्ग का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि किन परिस्थितियों में उधार लिया गया। जिससे भी उधार लिया गया है, उनकी पाई-पाई चुकाई जाएगी, लेकिन लोगों को सब्र रखना होगा। संपत्ति बेचने का प्रयास किया जा रहा है। बिकते ही उधार चुकता कर दिया जाएगा। कितना उधार है, यह नहीं बताया।

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